Tuesday, September 29, 2009
बहादुर रुखसाना ने आतंकवादी को मार डाला
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिरोध की संभवत: अपने तरह की पहली घटना में राजौरी जिले में एक युवती ने उसके अपहरण के लिए घर में घुसे आतंकवादियों में से एक को मार गिराया।
पुलिस ने सोमवार को यहां बताया कि करीब 190 किलोमीटर दूर राजौरी के थाना मंडी क्षेत्र के शाधरा गांव में रुखसाना नाम की एक लड़की ने आतंकवादियों का बहादुरी से मुकाबला किया। शाधरा गांव की इस लड़की के घर में रविवार रात तीन आतंकवादी घुस आए। आतंकवादियों ने रुखसाना को सौंपने की मांग की।
रुखसाना के मुताबिक रात के नौ बजे घर के सभी सदस्य घर पर ही थे तभी आतंकवादियों ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खोलने पर वे करीब एक घंटे तक दरवाजा पीटते रहे।
फिर वे पास में उसके चाचा के घर गए और उनका दरवाजा खुलवा कर उन्हें पीटने लगे। उन्हें बचाने के लिए रुखसाना के परिवार ने दरवाजा खोला तो आतंकवादी उस घर में भी घुस आए और फिर उसके पिता, मां और भाई की पिटाई करने लगे। रुखसाना बिस्तर के नीचे छिपी यह सब देख रही थी। तभी उसके भाई ने एक कुल्हाड़ी उठा कर एक आतंकवादी पर हमला किया। यह देख कर रुखसाना को भी जोश आया और उसने छिपने की जगह से निकल कर समीप के एक आतंकवादी के बाल पकड़ लिए। वह उस आतंकवादी को घसीट कर अंदर वाले कमरे में ले आई और हाथापाई कर उसकी रायफल छीन ली । उस क्षण को याद कर रुखसाना कहती है- :”मुझे न अपनी जान की परवाह थी, न उसकी। बस मैंने उस पर दो- तीन बार गोली चला दी और वह वहीं मर गया।” वह लश्कर-ए-तैयबा का अबू ओसामा था।
घर वालों के इस प्रतिरोध से घायल दूसरा आतंकवादी यह देख कर भाग खड़ा हुआ।
उधर रुखसाना ने आतंकवादी के मृत शरीर को घर के एक कमरे में बंद करके अपने घर के सभी सदस्यों को बाहर निकाला और आतंकवादी की बंदूक लिए, अपने परिवार की रक्षा करती हुई वह उन्हें पुलिस स्टेशन तक ले कर आई। उस दौरान भी बाहर छिपे आतंकवादियों के अन्य साथियों ने उस पर गोली चलाई लेकिन रुखसाना नहीं डरी और परिवार को पुलिस स्टेशन सुरक्षित ले आई।
अपनी बहादुरी पर खिले चेहरे से रुखसाना कहती है –“ मुझे उस आतंकवादी को मारकर बहुत खुशी मिली और सबसे ज्यादा खुशी इस बात की मिली उसने बिना किसी अभ्यास के पहली बार बंदूक चलाई थी।”
रुखसाना ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि “अभी तो मैंने एक ही आतंकवादी को मारा है यदि मुझे बंदूक चलाना पहले से ही आता तो मैं बाकी के उन दो आतंकवादी को भी मार डालती।”
अपनी तारीफ और चर्चा से आश्चर्यचकित रुखसाना ने कहा “ मैंने आतंकवादी को मारते वक्त ये नहीं सोचा कि मैं आतंकवादी को मारुं और फिर मुझे कोई नौकरी मिले। मैंने तो सिर्फ अपने घर के सदस्यों को बचाने के लिए उसे मारा।”
डीजीपी कुलदीप खोड़ा ने रुखसाना को इनाम देने का ऐलान किया है। राजौरी-पुंछ क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक एस. डी. एस. जामवाल ने कहा, "हमने परिवार को पुसिल सुरक्षा मुहैया करवा दी है।"
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